
टीबोरी में मिल रहा जन सहयोग
बुटीबोरी (सं.). नगर के साथ फाउंडेशन द्वारा संचालित पुनर्जन्म अनाथ आश्रम पुरानी बस्ती के वार्ड क्र. 2 में संचालित है, जिसे संस्था के अध्यक्ष प्रयाग डोंगरे आश्रम को संचालित कर रहे हैं. इस आश्रम में बेसहारा बुजुर्गों को सहारा देकर उनकी बेहतरीन देखभाल की जा रही है. आश्रम की नई वास्तु अब स्थानीय लोगों के सहयोग से साकार हो रहा है.

दान में दी जमीन
बूटीबोरी के स्थायी निवासी नगर परिषद उपाध्यक्ष अविनाश गुर्जर ने अपने पिता भैया गुर्जर की स्मृति में करीब 6,000 स्क्वे. फुट जमीन इस आश्रम के लिए दान में दे दी. बुजुर्ग महिला, पुरुष जिनका पालन-पोषण करने वाला कोई नहीं वे इस आश्रम में आश्रय ले सकेंगे. करीब 25 बुजुर्ग इस संस्था द्वारा चलाये जा रहे आश्रम में आश्रित है. फिलहाल तरुण युवक मंडल की जगह पर यह आश्रम चल रहा है, जिसमें संस्था के अध्यक्ष प्रयाग डोंगरे हर बुजुर्ग का ध्यान रख रहे हैं.

बुजुर्गों की सेवा करने का जुनून
संस्था के अध्यक्ष डोंगरे ने कम उम्र में ही बुजुगों, अनाथ लोगों की सेवा करने का बीड़ा उठाया है. डोंगरे की उम्र करीब 25 वर्ष है. इस तरह सामाजिक सेवा करने का जुनून उन्हें बचपन से ही था और इस तरह सामाजिक कार्य करने की एक बड़ी कामयाबी हासिल की. सभी की सोच इस तरह की रही तो देश के साथ साथ समाज में भी बदलाव जरूर आयेगा, ऐसी उम्मीद उनको है.

संस्था में सभी के सहयोग से एक नया आश्रम बनने जा रहा है जिसमें बुजुर्ग को इसका लाभ भी मिलेगा और सभी समुदाय के नागरिकों को एक नई प्रेरणा मिलेगी. लेकिन डोंगरे का ऐसा भी कहना है कि यदि बच्चे अपने माता-पिता की सही ढंग से देखभाल करे तो बुजुर्गों को अनाथ आश्रम में आने की नौबत ही नहीं आएगी.