■ बुटीबोरी, संवाददाता. बुटीबोरी नगर से हर शहर की बसों का आना जाना लगा रहता है. चाहे सरकारी बसे हों या प्रायवेट, सरकारी बसों में रोजाना महिला, पुरुष, बच्चे बच्चियों को भेड़ बकरियों की तरह भरा जा रहा है. चाहे बसों के टायर पुराने हों या नये. एसटी की इन बसों में क्षमता से अधिक यात्रियों का परिवहन किया जा रहा है.
महिलाओं की आधी टिकिट होने के कारण इन दिनों प्रायवेट बसों को भारी घाटे का सामना करना पड़ रहा है. महिला व बुजुर्गों को कम पैसे व मुफ्त योजना के कारण महिलाएं व बुजुर्ग सरकारी बसों का घंटों तक इंतजार करते रहते हैं. और प्रायवेट बसें जीप कमांडर, सभी गाड़ियां खाली रहने लगी हैं जिसके कारण प्रायवेट बड़े वाहनों पर लोन की किस्तें भी अदा कर पाना मुश्किल हो गया है.

कहीं खुशी कहीं गम

महिलाओं की आधी टिकट के कारण महिलाएं इन सरकारी बसों से ही खुशी खुशी यात्रा करती है और शादी ब्याह में शामिल होने के लिये बसों से खूब यात्रा कर रही है. प्रायवेट वाहन वालों को इससे भारी नुकसान हो रहा है. है. निजी बस चालकों को खाली बसें लेकर यात्रियों का घंटों तक इंतजार करना पड़ता है. इसी तरह योजना चलती रही तो प्रायवेट बस मालिकों को जल्द ही बसों को बंद करना पड़ेगा. इतनी महंगी बसों को प्रायवेट बस चालक सजा कर रोड़ पर निकालते है लेकिन यात्री आधी टिकिट के फायदे के लिए सरकारी बसों में ही यात्रा कर रहे हैं.