बूटीबोरी . एशिया की सबसे बड़ी औद्योगिक नगरी के नाम से बूटीबोरी जानी जाती है. लेकिन दुर्भाग्यवश यहां पर बस स्टैंड नहीं होने के कारण नागरिकों को हमेशा परेशानी का सामना करना पड़ता है. बस, ट्रैवल्स, महामंडल कहां रुकेगी यह आने जाने वाली सवारियों को समझ नहीं आता. बूटीबोरी चौक पर कहीं बस रुकने का बोर्ड भी नहीं लगाया गया है. जहां पर पैसेंजर दिखे, वहीं गाड़ियों का स्टाप हो जाता है. ऐसी स्थिति में कभी-कभी बस आते ही पैसेंजर भाग दौड़ करने लगते हैं.
उन्हें समझ नहीं आता कि ट्रैवल्स महामंडल की बस कहां रुकेगी. इसलिए पैसेंजर की भागदौड़ कभी-कभी जानलेवा भी हो सकती है. बस स्टैंड बनकर तैयार है लेकिन इसका उपयोग कब होगा कब यहां पर लाल परी रुकेगी यह समझ पाना मुश्किल हो गया है. कई वर्षों से बूटीबोरी में बस स्टैंड ही नहीं था लेकिन अब बस स्टैंड बनकर तैयार है. इसका सदुपयोग कब होगा यह भी नहीं पता. इस करोड़ों रुपये का बस स्टैंड शायद शोरूम बनकर ही रह जायेगा.
यही हालत MIDC मार्ग की
बबलू गौतम ने कहा कि यही हालत एमआयडीसी मार्ग की हो रही है. एशियाखंड की सबसे बड़ी औद्योगिक इकाई का पूर्ण मार्ग उखंड चुका है जिसके कारण हमेशा दुर्घटना का डर बना रहता है. दुर्घटनाएं भी हो रही है. इस खराब रोड के कारण इसी शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ और एक व्यक्ति की जान चली गई. एमआईडीसी के एक कामगार धर्मेन्द्र इसी मार्ग पर खराब रोड के कारण मौत का शिकार हुआ और उसके परिवार पर आफत का पहाड़ टूट पड़ा. धर्मेन्द्र मजदूरी कर अपना घर चलाता था लेकिन इस मार्ग की वजह से मौत के मुंह में समा गया. इसके बावजूद प्रशासन के कान पर जू तक नहीं रेंगी इस मार्ग पर कुछ दिनों पहले हल्की फुल्की लीपापोती की गई जिससे और परेशानी होने लगी
10 अप्रैल के बाद दिखाएंगे ताकत
बुटीबोरी नगर के नगराध्यक्ष बबलू गौतम ने कहा कि अब इंतजार का समय खत्म हो गया. 10 अप्रैल को महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती तक अगर बस स्टैंड को शुरू नहीं किया गया तो सब मिलकर आंदोलन कर धरना देंगे. जनता के करोड़ों रुपये इस बस स्टैंड में लग गये लेकिन बस स्टैंड सिर्फ शोरूम ही बनकर रह गया. इसका उपयोग कुछ भी नहीं होना, मानो जनता के करोड़ों रुपये पानी में मिलने जैसा होगा. यह हम हरगिज नहीं होने देंगे. गौतम ने बताया बस स्टैंड 2 वर्ष से बनकर तैयार है लेकिन वहां मवेशी ही घूमते नजर आते है. बूटीबोरी की जनता यातायात से वंचित ही रही है. किसी भी मौसम में कोई भी सुविधा सवारियों को नहीं मिल पा रही है चाहे बरसात हो, धूप हो, या कोई भी मौसम सवारियों को अपनी गाड़ी का इंतजार रोड पर खुले में ही खड़े होकर इंतजार करना पड़ता है. जिससे आनेवाले चिलचिलाती धूप में वाहन का इंतजार न करना पड़े इसलिए प्रशासन से अनुरोध है कि इसे जल्द से जल्द शुरू किया जाये अन्यथा तीव्र आंदोलन हम सब मिलकर करेंगे.