बुटीबोरी नप मुख्याधिकारी की कार्यप्रणाली से नागरिकों में रोष

बुटीबोरी नप के खराब प्रबंधन से नागरिक पीड़ित हैं। इसे लेकर सांसद श्यामकुमार बर्वे को अवगत कराया गया था। वहीं सांसद ने नप मुख्याधिकारी राजेंद्र चिखलखुंदे के मनमाना व्यवहार का तुरंत संज्ञान लिया।

18 जुलाई को जिलाधिकारी और मुख्याधिकारी की संयुक्त बैठक लेकर समस्याओं का तत्काल समाधान करने के निर्देश दिए। आई सामाजिक संस्था ने बुटीबोरी नप के सफाईकर्मियों को समय पर भुगतान, भेदभावपूर्ण रवैया कर नौकरी से निकालने की धमकी, पीएफ और ईएसआईसी में गड़बड़ी जैसी समस्या से अवगत कराया।

वहीं क्षेत्र में अवैध ले-आउट देना, प्रत्येक घर के नक्शा मंजूरी के लिए अत्याधिक पैसा, वाटर फिल्टर प्लांट के बाद भी 10 दिन में एक दिन जलापूर्ति, सार्वजनिक वाचनालय, सांस्कृतिक हॉल, वरिष्ठ नागरिक, बेरोजगार, महिलाओं को योजना के बारे में जानकारी, आवश्यक दस्तावेजों के लिए नायब तहसीलदारों की नियुक्ति, जिप स्कूलों का नप में विलय, सर्व सुविधायुक्त 100 बेड का सरकारी अस्पताल जैसी विविध समस्याओं से अवगत कराया गया।

जिस पर जिलाधिकारी विपिन ईटनकर ने मुख्याधिकारी चिखलखूंदे को सख्त निर्देश दिए कि सफाई कर्मियों की समस्याओं का तत्काल समाधान करें और सभी समस्याओं समाधान करे।

बैठक में सांसद श्यामकुमार बर्वे, पूर्वमंत्री सुनील केदार, अहमदबाबू शेख, राजू गावंडे, मंगेश सावने, संकेत दीक्षित, अमजद शेख, प्रकाश आमटे, प्रतीक भोयर, जावेद शेख, विगेश तागड़े, रवि लोखंडे, आकाश इचकाते, संजू भुमरकर आदि उपस्थित थे।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *