बुटीबोरी रेलवे स्टेशन एशिया की सब से बड़ी MIDC।
इस MIDC में भारत के हर शहर और प्रदेश से लोग की आवाजायी रहीती है।
बुटीबोरी से 26 किलोमीटर दूर भारत का जीरो माइल है। जो नागुपर महाराष्ट्र की उपराजधानी है।
बुटीबोरी एक इंडस्ट्रियल जगह है,जहा के रेलवे स्टेशन पे अभी तक कोइए बड़ी एक्सप्रेस गाड़ियों का स्टॉपेज नही है।
इस MIDC में लगभग 300 से 350 कंपनिया है।
यह के मंजूरों को काफी दिकतो का सामान करना पड़ता है। अगर वो किसभी भारत के दिशा से आता है
तो उस को पहले नागपुर के स्टेशन पे अपना स्टॉपेज लेना पड़ता है।
फिर बुटीबोरी के लिए 26 किलीमीटर का अंतर सफर करना पड़ता है।
साथ ही बुटिबोरी से चंद्रपुर रोड पे 10 किलोमीटर के बाद बुटीबोरी इंडस्ट्रीज फेज 2 है।
वाह अभी कुछ 1 से ज्यादा कंपनियों का कंस्ट्रक्शन चालू है ।
इतनी बड़ी MIDC होने के बाद लोगो मे ये सवाल है कि अभी तक कोइए बड़ी एक्सप्रेस का यहा स्टॉपेज क्यों नही है ?
स्टेशन पे 3 फ्लैटफॉर्म है और टिकट घर भी शुरवात में है।
जनता में सवाल है कि कब रूखेगी एक्सप्रेस ट्रेन जिस यात्रियों को सुविधा का लाभ होगा इस समयस्या को कौन हल करेगा ?
क्या कोइए लोकप्रतिनिधि इस समयस्या का हल निकाल पायेगा या फिर सरीफ जुमले बाजू चलते रहेगी ।
इन जुमले के तरफ आज कल बोउत से मजदूरों ने उमीद भी रखना बंद करदी है।
यह के कुछ नेताओं ने तो बोउत आश्वासन दिए थे पर कुछ नही कर पाए यह भी एक अफसोस कि बात है , और स्थानिक लोगो ने भी उमीद निहि रखी ।
साथ मे कुछ दूसरी तरफ वर्धा है 45 किलोमीटर पे तो कुछ लोगो उस रेलवे स्टेशन को अपना प्रधनाय देते है।
जो लोगो साउथ से आते हैं वह स्टेशन को अपना प्राध्यान देते है। साथ ही हिंगणघाट और चंद्रपुर।
कोणी काही च करू शकणार नाही फक्त आश्वासन देत आलेत , आज पर्यंत stop नाही होता तेव्हा म्हणत होते की महानगरपालिका नाही म्हणून stop नाही आता महानगरपालिका आली काय केलं stop साठी. त्या सिंदी रेल्वे ला तरी stop आहे सुपर ट्रेन ला.